अर्जुन पुरस्कार खिलाड़ियों को दिये जाने वाला एक पुरस्कार है जो भारत सरकार द्वारा खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये दिया जाता है। इस पुरस्कार का प्रारम्भ 1961 में हुआ था। पुरस्कार स्वरूप पंद्रह लाख रुपये की राशि, अर्जुन की कांस्य प्रतिमा और एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। अर्जुन पुरुस्कार? (Arjuna Award Full List 2024) ओजस प्रवीण देवताले (तीरंदाजी) अदिति गोपीचंद स्वामी (तीरंदाजी) मुरली श्रीशंकर (एथलेटिक्स) पारुल चौधरी (एथलेटिक्स) मोहम्मद हुसामुद्दीन (मुक्केबाजी) आर वैशाली (शतरंज) मोहम्मद शमी (क्रिकेट) अनुश अग्रवाल (घुड़सवारी) दिव्यकृति सिंह (घुड़सवारी ड्रेसेज) दीक्षा डागर (गोल्फ) कृष्ण बहादुर पाठक (हॉकी) सुशीला चानू (हॉकी) शीतल देवी (पैरा तीरंदाजी) इलूरी अजय कुमार रेड्डी (ब्लाइंड क्रिकेट) प्राची यादव (पैरा कैनोइंग) ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर (शूटिंग) पवन कुमार (कबड्डी) रितु नेगी (कबड्डी) नसरीन (खो-खो) पिंकी (लॉन बाउल्स) ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर (शूटिंग) ईशा सिंह (शूटिंग) हरिंदर पाल सिंह संधू (स्क्वैश) अयहिका मुखर्जी (टेबल टेनिस) सुनील कुमार (कुश्ती) एंटीम (कुश्ती) नाओरेम रोशिब
Examination UPDATE
Smart Study helper
- Get link
- Other Apps
एचआईवी(Human Immunodeficiency Virus: HIV) से लड़ने की खोज शोधकर्ता दशकों से करते आ रहे है। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन(Johns Hopkins University School of Medicine) के शोधकर्ताओं ने अपनी ताजा रिपोर्ट में यह कहा है कि हमे HIV से लड़ने के लिए एक नायक मिल गया है। वो नायक है..गाय। गाय, इंसान सहित किसी भी जानवर के मुकाबले HIV वायरस के खिलाफ तेजी से एंटीबॉडी(Antibody) का निर्माण करने में सक्षम है। शोधकर्ताओं ने चार गायों को HIV प्रोटीन का एक इंजेक्शन दिया इन चार गायों ने HIV वायरस के खिलाफ तेजी से और शक्तिशाली एंटीबॉडी का निर्माण कर दिया। इससे वैज्ञानिको को इंसानों में भी समान एंटीबॉडी उत्पन्न करने और सीखने में सफलता मिल सकती है यह एंटीबॉडीज(Antibodies) विभिन्न प्रकार के HIV संक्रमण को रोक सकता है। शोध के अनुसार गायों में टीकाकरण(Immunization) के 42 दिनों के बाद ही एंटीबॉडी उत्पन्न हो जाते है। यह शोधपत्र 20 जुलाई को नेचर पत्रिका में प्रकाशित की गई है।
बहुत कम प्रतिशत लोग ही सामान्य HIV संक्रमण के खिलाफ एंटीबॉडीज उत्पन्न कर पाते है उसमें भी काफी साल लग सकते है। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के प्रतिरक्षाविज्ञानी जस्टिन बेली(Justin Bailey, Immunologist) का कहना है HIV के खिलाफ मोटे तौर पर सक्रिय एंटीबॉडीज उत्पन्न करने के लिए यह एक नया और अधिक कुशल तरीका हमे मिला है। HIV का टीका बनाना मुश्किल कार्य है क्योंकि वायरस हमेशा अपनी आकृति और स्वभाव बदलते रहते है एक संक्रमित व्यक्ति के शरीर मे ये वायरस हमेशा उत्परिवर्तित(Mutates) होते रहते है। अक्सर देखा गया है कि लोग एंटीबॉडीज विकसित तो करते है लेकिन वो किसी खास बीमारी पर असरदार हो सकते है लेकिन दूसरे बीमारियों के खिलाफ असरदार नही होते। अबतक के जाँच किये गए HIV टीके वायरस को निष्क्रिय करने में असफल रहे है। HIV संक्रमित लोगों में लगभग 1% लोग ही वायरस के खिलाफ प्रभावी एंटीबॉडी का निर्माण कर पाते है हालांकि यह नगण्य उत्पादन संक्रमित लोगों को ज्यादा मदद नही कर सकता।
HIV को निष्क्रिय करने वाले एंटीबॉडीज में कुछ ख़ास विशेषताएं होती है। जिनमें से एक अमीनो एसिड(Amino acid) का एक लंबा हिस्सा है जो एंटीबॉडी सतह से चिपक जाता है। एंटीबॉडीज का यह फैला हिस्सा वायरल सतह को बाँधता है क्योंकि वायरस हमेशा कोशिकाओं में प्रवेश करना चाहता है। HIV वायरस सतहों पर शक्कर की एक मोटी परत चढ़ा देता है जिससे एंटीबॉडीज को उसे बाँधने में मुश्किल हो जाती है। अमीनो एसिड का लंबा हिस्सा वास्तव में कानून के लंबे हाथ के जैसा है जो वायरस के सतह तक पहुंचने में सक्षम हो जाता है।
HIV संक्रमण वाला व्यक्ति सामान्य रूप से निष्क्रिय एंटीबॉडीज(Neutralizing Antibodies), इस एंटीबॉडीज का क्षेत्र जिसे HCDR3 कहा जाता है इसमे लगभग 30 अमीनो एसिड होता है। मानव एंटीबॉडीज के लिए यह सामान्य है लेकिन एक गाय के लिए बहुत ही कम है। इसी कारण हमने गायों को प्रतिरक्षण के लिए चुना है। गाय प्राकृतिक रूप से HCDR3s का निर्माण करते है शायद गायों के पास HIV से लड़ने के लिए ज्यादा प्रतिक्रिया मौजूद है। चार प्रतिरक्षित गायों पर जब विभिन्न प्रकार के HIV वायरस से प्रयोग किया गया तो सभी गायों ने निष्क्रिय एंटीबॉडीज का व्यापक रूप से उत्पादन किया। फिर शोधकर्ताओं ने एक गाय के एंटीबॉडीज को बड़े संख्या में विभिन्न प्रकार के वायरस पर प्रयोग किया। 381 दिन के बाद, गाय का एंटीबॉडी ने लगभग 96%, 117 प्रकार के HIV वायरस को कोशिकाओं में संक्रमण करने से रोक दिया। शोधकर्ताओं ने इस गाय से एक एंटीबॉडी को अलग किया जिसमें 60 अमीनो एसिड के लंबे HCDR3s मौजूद थे जो 72% HIV संक्रमण को रोकने में सक्षम हो सकते है।
इंटरनेशनल एड्स वैक्सीन इनिशिएटिव के शोधकर्ता डेविन सोक(Devin Sok) ने टाइम पत्रिका को दिए इंटरव्यू में कहा मैं यह परिणाम देखकर आश्चर्यचकित हूँ यह परिणाम हमारे लिए उत्साहवर्धन है। इस नायक ने हमे बता दिया है कि HIV से कैसे लड़ा जाता है। NIAID के प्रमुख शोधविज्ञानी जॉन मस्कोल(John Mascola) ने कहा कि यह प्रयोग हमे ये तो नही बता रहा कि लोगो के लिए HIV टीका कैसे बनाया जा सकता है लेकिन इस प्रयोग से हमे ये पता चल गया है कि प्रतिरक्षा तंत्र वायरस को कैसे निष्क्रिय करता है। अब हम उन प्रतिरक्षा तंत्र को समझने में लगे है जो गायों में मौजूद है और HIV वायरस को नष्ट करने में सक्षम है।
अगर शोधकर्ता इंसानों में भी लंबे HCDR3s के साथ एंटीबॉडीज निर्माण करने में सफल होते है तो यह HIV टीका का आधार हो सकता है। वैसे गाय सामान्य रूप से निष्क्रिय एंटीबॉडीज बनाने में बहुत सक्षम है इसलिए गाय की इस प्राकृतिक कला को HIV उपचार के लिए दवाओं में बदलना संभव हो सकता है। अब हमें पता चल गया है कि गाय अन्य जानवरों के मुकाबले वायरस को रोकने में सबसे प्रभावी है।
बहुत कम प्रतिशत लोग ही सामान्य HIV संक्रमण के खिलाफ एंटीबॉडीज उत्पन्न कर पाते है उसमें भी काफी साल लग सकते है। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के प्रतिरक्षाविज्ञानी जस्टिन बेली(Justin Bailey, Immunologist) का कहना है HIV के खिलाफ मोटे तौर पर सक्रिय एंटीबॉडीज उत्पन्न करने के लिए यह एक नया और अधिक कुशल तरीका हमे मिला है। HIV का टीका बनाना मुश्किल कार्य है क्योंकि वायरस हमेशा अपनी आकृति और स्वभाव बदलते रहते है एक संक्रमित व्यक्ति के शरीर मे ये वायरस हमेशा उत्परिवर्तित(Mutates) होते रहते है। अक्सर देखा गया है कि लोग एंटीबॉडीज विकसित तो करते है लेकिन वो किसी खास बीमारी पर असरदार हो सकते है लेकिन दूसरे बीमारियों के खिलाफ असरदार नही होते। अबतक के जाँच किये गए HIV टीके वायरस को निष्क्रिय करने में असफल रहे है। HIV संक्रमित लोगों में लगभग 1% लोग ही वायरस के खिलाफ प्रभावी एंटीबॉडी का निर्माण कर पाते है हालांकि यह नगण्य उत्पादन संक्रमित लोगों को ज्यादा मदद नही कर सकता।
HIV को निष्क्रिय करने वाले एंटीबॉडीज में कुछ ख़ास विशेषताएं होती है। जिनमें से एक अमीनो एसिड(Amino acid) का एक लंबा हिस्सा है जो एंटीबॉडी सतह से चिपक जाता है। एंटीबॉडीज का यह फैला हिस्सा वायरल सतह को बाँधता है क्योंकि वायरस हमेशा कोशिकाओं में प्रवेश करना चाहता है। HIV वायरस सतहों पर शक्कर की एक मोटी परत चढ़ा देता है जिससे एंटीबॉडीज को उसे बाँधने में मुश्किल हो जाती है। अमीनो एसिड का लंबा हिस्सा वास्तव में कानून के लंबे हाथ के जैसा है जो वायरस के सतह तक पहुंचने में सक्षम हो जाता है।
HIV संक्रमण वाला व्यक्ति सामान्य रूप से निष्क्रिय एंटीबॉडीज(Neutralizing Antibodies), इस एंटीबॉडीज का क्षेत्र जिसे HCDR3 कहा जाता है इसमे लगभग 30 अमीनो एसिड होता है। मानव एंटीबॉडीज के लिए यह सामान्य है लेकिन एक गाय के लिए बहुत ही कम है। इसी कारण हमने गायों को प्रतिरक्षण के लिए चुना है। गाय प्राकृतिक रूप से HCDR3s का निर्माण करते है शायद गायों के पास HIV से लड़ने के लिए ज्यादा प्रतिक्रिया मौजूद है। चार प्रतिरक्षित गायों पर जब विभिन्न प्रकार के HIV वायरस से प्रयोग किया गया तो सभी गायों ने निष्क्रिय एंटीबॉडीज का व्यापक रूप से उत्पादन किया। फिर शोधकर्ताओं ने एक गाय के एंटीबॉडीज को बड़े संख्या में विभिन्न प्रकार के वायरस पर प्रयोग किया। 381 दिन के बाद, गाय का एंटीबॉडी ने लगभग 96%, 117 प्रकार के HIV वायरस को कोशिकाओं में संक्रमण करने से रोक दिया। शोधकर्ताओं ने इस गाय से एक एंटीबॉडी को अलग किया जिसमें 60 अमीनो एसिड के लंबे HCDR3s मौजूद थे जो 72% HIV संक्रमण को रोकने में सक्षम हो सकते है।
इंटरनेशनल एड्स वैक्सीन इनिशिएटिव के शोधकर्ता डेविन सोक(Devin Sok) ने टाइम पत्रिका को दिए इंटरव्यू में कहा मैं यह परिणाम देखकर आश्चर्यचकित हूँ यह परिणाम हमारे लिए उत्साहवर्धन है। इस नायक ने हमे बता दिया है कि HIV से कैसे लड़ा जाता है। NIAID के प्रमुख शोधविज्ञानी जॉन मस्कोल(John Mascola) ने कहा कि यह प्रयोग हमे ये तो नही बता रहा कि लोगो के लिए HIV टीका कैसे बनाया जा सकता है लेकिन इस प्रयोग से हमे ये पता चल गया है कि प्रतिरक्षा तंत्र वायरस को कैसे निष्क्रिय करता है। अब हम उन प्रतिरक्षा तंत्र को समझने में लगे है जो गायों में मौजूद है और HIV वायरस को नष्ट करने में सक्षम है।
अगर शोधकर्ता इंसानों में भी लंबे HCDR3s के साथ एंटीबॉडीज निर्माण करने में सफल होते है तो यह HIV टीका का आधार हो सकता है। वैसे गाय सामान्य रूप से निष्क्रिय एंटीबॉडीज बनाने में बहुत सक्षम है इसलिए गाय की इस प्राकृतिक कला को HIV उपचार के लिए दवाओं में बदलना संभव हो सकता है। अब हमें पता चल गया है कि गाय अन्य जानवरों के मुकाबले वायरस को रोकने में सबसे प्रभावी है।
- Get link
- Other Apps
Popular posts from this blog
neem capsule What are the benefits of neem tablets? वेस्टिज नीम कैप्सूल के फायदे
Neem कैप्सूल के फायदे neem capsule ka banifit What are the benefits of neem tablets? What can neem be used for? What is neem? नीम का उपयोग बहुत पुराने समय से चला आ रहा है बलिदान में कड़वा हो परंतु इसका लाभ अमृत के समान है इसमें कई प्रकार की औषधीय गुण पाए जाते हैं दांतो के लिए दातुन बनाने भी में भी उपयोग होता है नीम का हर भाग मानव के लिए उपयोगी है बाजार में नीम कैप्सूल भी आने लगे हैं भारत में वेस्टिज मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी इसके प्रोडक्ट है जो वर्ल्ड क्लास प्रोडक्ट है इसका उपयोग कई जगह पर होता है 1. त्वचा के लिए(forskin): - यह हमारी त्वचा में कील मुहांसों और तेली त्वचा को साफ रखता है इसमें एंटीबैक्टीरियल एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं इससे त्वचा सुंदर वसॉफ्ट दिखती है चेहरे पर झुरिया भी साफ हो जाती है 2.अर्थराइटिस (Arthritis):- पुराने दर्द व सूजन में भी आ काफी फायदेमंद रहता है 3.फंगल इन्फेक्शन(fungle infections) :-शरीर में ह
एग्रीकल्चर फील्ड में बनाई शानदार करियर जानिए क्या है स्कोप
अगर आप को खेती-बाड़ी में इंटरेस्ट है तो कृषि क्षेत्र में सफल करियर बना सकते हैं 21 वीं सदी में agriculture फील्ड में युवाआे की भारी डिमांड इसमें गवर्नमेंट ओर प्राइवेट दोनों सेक्टर में रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं यहां स्टूडेंट खुद का बिजनेस कर सकते है undergraduate(UG) postgraduate(pg) डिग्री लेकर करियर बना सकते हैं एग्रीकल्चर खेती करने तक की सीमित नहीं रहा है इसमें ट्रेडिंग फूड प्रोसेसिंग फॉरेस्ट्री हॉर्टिकल्चर कई अवसर उपलब्ध है गवर्नमेंट दिशा में आगे कदम बढ़ा रही है| कृषि के विभागों में रिसर्च इंस्टीट्यूट फाइनेंस बैंक फर्टिलाइजर कंपनी एग्रीकल्चर स्टूडेंट की डिमांड रहती है भारत में फूल सब्जियों का उत्पादन खूब अच्छा होता हैं आज भारतीय कृषि विभाग इग्लोबलज हो गया है इंडियन इकोनॉमी में कृषि विभाग का महत्वपूर्ण योगदान है कृषि में पढ़ाई कृषि की शिक्षा स्कूल लेवल पर ही शुरू हो जाती हैं 12th ke bad ENTRANCE EXAMINATION FOR AGRICULTER COURSE IN INDIA 1.ICAR- INDIAN COUNSLING OF AGRICULTER AND REASERCHE education QUALIFICATION 10+2 pass or apearing with subje
स्पिरुलिना के फायदे और नुकसान Spirulina Benefits and Side Effects in Hindi
Gm friend welcome to my blog Aaj me apko health supplement ke bare me batane ke liye ye blog likha jo mene use kiya h Spirulina For order this product in LOW PRICES WHATS APP ME 8290754830 स्पिरुलिना जलीय वनस्पति है यह एक प्रकार का नील हरित शैवाल है यह अधिकतर स्वच्छ जल में पाया जाता है इसमें सबसे ज्यादा पोषक तत्व पाए जाते हैं अंतरिक्ष में जाने वाले यात्री भी Spirulina स्पिरुलिना का उपयोग करते हैं नासा ने इसे भविष्य का फूड बताया है इसे सुपर फूड भी कहा जाता हैSpirulina स्पिरुलिना में विटामिन खनिज लवण और पोषक तत्व काफी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं यह प्रोटीन का बहुत बड़ा स्त्रोत है इसमें पोटेशियम कैल्शियम सेलेनियम जिंक आदि पाए जाते हैं इस पौधे से बनने वाले सप्लीमेंट डाइट के रूप में लिए जाते हैं इसके अलावा इसका उपयोग मछली पालन मुर्गी पालन में भी होता है इसमें नौ प्रकार के अमीनो अम्ल भी पाए जाते हैं यह पृथ्वी पर कई अरब वर्षों पहले से है 1.For SKIN DISORDER Spirulina स्पिरुलिना skin के लिए आवश्कता होती है विटामिन ए विटामिन बी विटामिन कैल्शियम फास्फोरस भी पाए जाते
Comments
Post a Comment